Adityapur: अब किड्स स्कूल में हो रहा ब्रेन गुरु एक्टिवेशन वर्कशॉप का आयोजन, बच्चें बन रहें दिमागी रूप से तेज

Adityapur: अब किड्स स्कूल में हो रहा ब्रेन गुरु एक्टिवेशन वर्कशॉप का आयोजन, बच्चें बन रहें दिमागी रूप से तेज

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Saraikela: अब किड्स स्कूल में ब्रेन गुरू एक्टिवेशन कार्यक्रम के तहत वर्कशॉप का आयोजन किया जा रहा है. ताकि बच्चों को दिमागी रूप से तेज बनाया जा सके. ऐसा ही आयोजन आदित्यपुर एमए-2 स्थित मॉर्निंग स्टार किड्स स्कूल द्वारा ब्रेन गुरु एक्टिवेशन कार्यक्रम के तहत एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया. इसमें बच्चों को दिमागी रूप से तेज बनाने के गुर सिखाए जा रहे हैं. जिससे बच्चो के आंख बंद कर चीजों को पहचानने की शक्ति जागृत हो रही है. 

मॉर्निंग स्टार किड्स स्कूल की प्राचार्य दीपाली डोकानिया ने बताया कि वैदिक काल में ऋषि मुनि आंखें बंद कर चीजों को श्रवण एवं स्पर्श कर उन्हें पहचाना करते थे. ठीक उसी विद्या को अपनाते हुए बच्चों में ब्रेन एक्टिविटी बढ़ाकर आंखें बंद कर उन्हें चीज पहचानना, समझना, बुझने के गुर सिखाए जा रहे हैं. जिसका उपयोग कर वे पढ़ाई लिखाई में आगे बढ़ सकते हैं. दीपाली डोकानिया ने बताया कि बच्चों की गर्मियों की छुट्टियां प्रारंभ है. ऐसे में छुट्टियों में बच्चों को एक्टिव रखने और उन्हें तेज बनाने के उद्देश्य से इन कार्यक्रम का आयोजन मॉर्निंग स्टार किड्स स्कूल में आयोजित हो रहा है. इन्होंने बताया कि मस्तिष्क के तीन भाग होते हैं. राइट ब्रेन, लेफ्ट ब्रेन, एवं दोनों को जोड़ने वाला हिस्सा- इंटर ब्रेन अथवा मिड ब्रेन. अधिकतर हम सभी लेफ्ट ब्रेन का उपयोग करते हैं, जबकि राइट ब्रेन बहुत कम उपयोग में आ पाता है. बहुमुखी प्रतिभा का धनी व्यक्ति भी जिंदगी में अपने मस्तिष्क का छोटा सा अंश ही उपयोग करता है, वह भी सिर्फ लेफ्ट ब्रेन का- जो तार्किक क्षमता वाला है. सृजन शक्ति से संपन्न राइट ब्रेन का उपयोग न के बराबर हो पाता है. दोनों अर्ध-मस्तिष्कों के बीच का सेतु यदि एक्टिव हो जाए, तो बच्चा ऑलराउंडर बन जाता है. उसके आइक्यू और ईक्यू, दोनों एक साथ बढ़ते है. मिड ब्रेन एक्टीवेशन तकनीक से भी पता लगाया जा सकता है कि उसमें कौन की कला को सीखने के गुण छिपे हैं.

मिड-ब्रेन सक्रिय होने से मेमोरी, कॅान्सेंट्रेशन, विजुलाइजेशन, इमेजिनेशन, क्रिएटिविटी, जल्दी पढ़ने की कला जाग्रत हो जाती है. यह पूरी प्रक्रिया वैज्ञानिक प्रणाली पर आधारित है, जिसे संगीत, नृत्य, ब्रेन जिम के व्यायाम, पहेलियां एवं विभिन्न खेल आसान और रोचकपूर्ण बनाते हैं. मिड ब्रेन एक्टिवेशन वैसे तो 2 दिन में हो जाता है, पहले और दूसरे दिन 6-6 घंटे अभ्यास कराया जाता है. 5 से 15 साल तक के बच्चों का मिड ब्रेन आसानी से सक्रिय हो सकता है.

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