


आदित्यपुर थाना अंतर्गत त्रिपुरारी कॉलोनी, सालडीह बस्ती में 01 जून की शाम हुई फायरिंग की घटना का पुलिस ने 24 घंटे के भीतर खुलासा कर लिया है. इस हमले में दीपांकर भुईंया को पैर में गोली लगी थी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. आदित्यपुर थाना में इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसने तेज कार्रवाई करते हुए चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया और घटना में प्रयुक्त हथियार भी बरामद किए.
बदले की भावना से रची गई थी हत्या की साजिश
सोमवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार लुणायत ने बताया कि इस वारदात की साजिश बदले की भावना से रची गई थी. आरोपी मोहित प्रमाणिक ने अपने पिता सुभाष प्रमाणिक पर अगस्त 2024 में हुई फायरिंग की घटना का बदला लेने के लिए यह हमला करवाया. उसने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर दीपांकर भुईंया को गोली मारी. गिरफ्तार आरोपियों में आदित्यपुर निवासी मोहित प्रमाणिक उर्फ छोटकु, सुजल अधिकारी उर्फ सुजल बच्चा उर्फ बोडु, रोहित देशपांडे उर्फ चिकु और जिशू गोप शामिल हैं. पूछताछ में चारों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है.
हथियार और बाइक बरामद
पुलिस ने आरोपियों के पास से एक लोडेड पिस्टल (मैगजीन सहित), 7.65 एमएम के दो जिंदा कारतूस और एक काले-ग्रे रंग की हीरो स्प्लेंडर मोटरसाइकिल (नंबर JH05DT 9883) बरामद की है, जिसका उपयोग घटना को अंजाम देने में किया गया था. पुलिस का कहना है कि तकनीकी और गुप्त सूचनाओं के आधार पर की गई त्वरित कार्रवाई से यह सफलता मिली है.