पहलगाम आतंकी हमले का भारत में पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है और अभी भी जवाब देना जारी है पाकिस्तान के बदत्तर हालात शुरू हो गए हैं पाकिस्तान में दहशत का माहौल है पाकिस्तान के कई हिस्सों में आपातकाल लगा दिया गया है। पाकिस्तान हाई अलर्ट पर है एलओसी पर भारी संख्या में सेना की तैनाती है। इधर खबर आ रही है कि पहले से ही अशांत चल रहा है बलूचिस्तान प्रांत में फिर से एक बार हिंसा भड़की है। बलूच लिबरेशन आर्मीके विशेष सामरिक ऑपरेशन दस्ते (STOS) ने मच-कुंड क्षेत्र में पाकिस्तानी सेना के काफिले को निशाना बनाया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस रिमोट कंट्रोल IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) हमले में पाकिस्तानी सेना के 12 जवानों की मौत हो गई है, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। हमले का वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें सेना के वाहन को उड़ते हुए देखा जा सकता है।
ऐसे हुआ हमला
जानकारी के अनुसार, पाकिस्तानी सेना का काफिला बलूचिस्तान के मच-कुंड इलाके से गुजर रहा था और सैन्य अभियान की तैयारी कर रहा था। इसी दौरान BLA के आतंकियों ने पहले से बिछाए गए रिमोट कंट्रोल IED से सेना के वाहन को निशाना बनाया। धमाका इतना जबरदस्त था कि सेना का वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और मौके पर ही 12 जवानों की मौत हो गई।
BLA ने ली जिम्मेदारी
बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। BLA का कहना है कि यह कार्रवाई बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना की ज्यादतियों के विरोध में की गई है। संगठन ने दावा किया कि उनके विशेष दस्ते ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया और हमले के वीडियो को भी जारी किया है।
दत्तर हालात में पाकिस्तान
बलूचिस्तान में पिछले कुछ समय से आतंकी घटनाओं में तेजी आई है। अलगाववादी संगठन लगातार पाकिस्तानी सुरक्षा बलों को निशाना बना रहे हैं। इस घटना ने एक बार फिर बलूचिस्तान की बिगड़ती सुरक्षा व्यवस्था और वहां के अलगाववादी संगठनों की बढ़ती सक्रियता को उजागर कर दिया है। पाकिस्तानी सेना ने इस हमले के लिए BLA को जिम्मेदार ठहराया है और आरोप लगाया है कि इन संगठनों को विदेशी ताकतों का समर्थन प्राप्त है, हालांकि इस दावे के समर्थन में कोई ठोस सबूत सार्वजनिक नहीं किया गया है।
बलूचिस्तान में लगातार हो रही ऐसी घटनाएं पाकिस्तान के लिए बड़ी चिंता का विषय बन गई हैं। सुरक्षा बलों पर बढ़ते हमले न केवल क्षेत्रीय अस्थिरता को बढ़ा रहे हैं, बल्कि पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा के लिए भी गंभीर चुनौती पेश कर रहे हैं।