सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री का एक प्रतिनिधिमंडल अध्यक्ष विजय आनंद मूनका की अध्यक्षता में चैम्बर के मानद महासचिव मानव केडिया, उपाध्यक्ष पुनीत कांवटिया, अधिवक्ता राजीव अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल गोल्डी, सचिव बिनोद शर्मा एवं सुरेश शर्मा लिपु ने झारखण्ड के उद्योग सचिव जितेन्द्र कुमार सिंह, भा.प्र.से. से रांची स्थित उनके कार्यालय में मुलाकात कर उद्योग से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। इस अवसर पर उद्योग सचिव के साथ जियाडा के प्रबंध निदेशक शशि रंजन जी, भा.प्र.से. भी मौजूद थे। यह जानकारी मानद महासचिव मानव केडिया ने दी।
उपाध्यक्ष पुनीत कांवटिया ने बताया कि आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र की स्थिति में दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है। वहां की सड़कों की स्थिति अत्यंत ही दयनीय हो गई, स्ट्रीट लाईट नाम मात्र की है, इलेक्ट्रॉनिक मैन्यूफैक्चरिंग कलस्टर (ईएमसी) में सड़कें, स्ट्रीट लाईटें भी मरमम्मत के अभाव में खस्ताहाल है। और इनके एवज में वहां के उद्योगों से लेवी की वसूली होती है लेकिन सुविधा नगण्य है। इसलिये झारखण्ड के उद्योग सचिव जितेन्द्र सिंह, भा.प्र.से. से मिलकर इन बातों को जोरदार तरीके से रखते हुये इसकी जल्द सुधार की मांग की गई।
सचिव बिनोद शर्मा ने बताया कि इस अवसर पर चैम्बर के प्रतिनिधिमंडल ने उद्योग सचिव को निम्नलिखित समस्याओं से अवगत कराते हुये इसपर विस्तृत चर्चा की-
1) आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र की सड़कें काफी खराब हो गई जिसके कारण वहां आये दिन दुर्घटनायें घट रही है और व्यापारी, उद्यमियों, वहां के औद्योगिक प्रतिष्ठानों में काम करने वाले कर्मचारियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसलिये इसकी त्वरित मरम्मतीकरण कराया जाय।
2) डेट ऑफ प्रोडक्शन (डीओपी) एक अति जटिल प्रक्रिया है और इसका उद्योगों पर नकरात्मक प्रभाव पड़ रहा है। इसलिये डीओपी की प्रक्रिया को पूर्णतः निरस्त किया जाय।
3) इलेक्ट्रॉनिक मैन्यूफैक्चरिंग कलस्टर (ईएमसी) के सड़को की बदहाली, स्ट्रीट लाईट, सिवरेज सिस्टम में अतिशीघ्र सुधार किया जाय।
4) आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र की स्ट्रीट लाईटें खराब अवस्था में है और पिछले चार-पांच वर्षों से लगभग सभी स्ट्रीट लाईटें बंद पड़े है। किन्तु स्ट्रीट लाईट की एवज में उद्योगों से शुल्क लिया जा रहा है। उद्योग सचिव से आग्रह किया गया कि या तो स्ट्रीटों लाईटों को ठीक कराया जाय या पिछले पांच वर्षों से इसके एवज में वसूले गये शुल्क को उद्यमियों को वापस कर दिया जाय।
बैठक के दौरान उद्योग सचिव जितेन्द्र कुमार सिंह, भा.प्र.से. ने चैम्बर के प्रतिनिधिमंडल की बातों को ध्यानपूर्वक सुना और इसके निराकरण हेतु त्वरित कार्रवाई करने का आश्वासन प्रतिनिधिमंडल को दिया। और कहा कि दस से पन्द्रह दिनों के अंदर एक बैठक आयोजित होगी जिसमें डीओपी के लिये एक बड़ा निर्णय लिया जा सकता है जो कि उद्योगहित में होगा।
उद्योग सचिव ने जियाडा के प्रबंध निदेशक शशिरंजन जी, भा.प्र.से. को निर्देशित करते हुये कहा कि आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र की स्ट्रीट लाईटों, ईएमसी की बदहाली, एवं जियाडा के अंतर्गत आने वाली सड़कों की दुर्गत पर तुरंत कार्रवाई करते हुये इसका निराकरण करायें।
उद्योग सचिव ने कहा कि चैम्बर प्रतिनिधिमंडल के द्वारा उठाये गये सभी विषयों पर एक महीने के अंदर कार्रवाई शुरू की जायेगी।