झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने रांची में बहुप्रतीक्षित कांटाटोली फ्लाईओवर का लोकार्पण किया. इसका उद्देश्य राजधानी में वाहनों की आवाजाही को सुगम बनाना है. इस ढाई किलोमीटर के फ्लाईओवर को 224.94 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है. इसकी आधारशिला 2017 में रखी गई थी. हालांकि इसके निर्माण में आगे देरी हुई. हालांकि हेमंत सोरेन ने 2019 में पद संभालने के बाद इस फ्लाईओवर के निर्माण को प्राथमिकता देते हुए शुरू करवाया
झारखंड रांची को मिलेगी ट्रैफिक जाम से निजात, चुनाव से पहले सीएम हेमंत सोरेन ने किया इस फ्लाईओवर का लोकार्पण
रांची को मिलेगी ट्रैफिक जाम से निजात, चुनाव से पहले सीएम हेमंत सोरेन ने किया इस फ्लाईओवर का लोकार्पण
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने आज विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया. इस दौरान रांची के बहुप्रतीक्षित फ्लाईओवर पर यातायात की भी शुरुआत की गई.
रांची को मिलेगी ट्रैफिक जाम से निजात, चुनाव से पहले सीएम हेमंत सोरेन ने किया इस फ्लाईओवर का लोकार्पण
(हेमंत सोरेन ने रांची में फ्लाईओवर का किया लोकार्पण)
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने रांची में बहुप्रतीक्षित कांटाटोली फ्लाईओवर का लोकार्पण किया. इसका उद्देश्य राजधानी में वाहनों की आवाजाही को सुगम बनाना है. इस ढाई किलोमीटर के फ्लाईओवर को 224.94 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है. इसकी आधारशिला 2017 में रखी गई थी. हालांकि इसके निर्माण में आगे देरी हुई. हालांकि हेमंत सोरेन ने 2019 में पद संभालने के बाद इस फ्लाईओवर के निर्माण को प्राथमिकता देते हुए शुरू करवाया.
इस अवसर पर हेमंत सोरेन ने 31 सड़क परियोजनाओं का भी लोकार्पण किया. इस परियोजना की लागत 3264 करोड़ रुपये है. इसके साथ ही रांची, धनबाद और जमशेदपुर में चार नए फ्लाईओवर की आधारशिला भी रखी गई. इन चार में से दो फ्लाईओवर रांची में बनेंगे.
फ्लाईओवर की लंबाई बढ़ाने का किया वादा
हेमंत सोरेन ने इस अवसर पर कहा, ”ढाई किलोमीटर का फ्लाईओवर है जो कि आने वाले समय में पांच किलोमीटर से अधिक का हो जाएगा. अब एक ऐसा पुल बना रहे हैं जो मुझे लग रहा है कि देश के इतिहास में रेलवे क्रॉसिंग में इस तरह का पहला फ्लाईओवर देखने को मिलेगा. बहुत ही चुनौतिपूर्ण है. सीरमटोली का पुल मात्र दो-सवा दो साल के अंदर बना है. और मुझे लगता है कि दो-तीन महीने के अंदर सीरमटोली आपके सेवा में आ जाएगा. डेढ़ साल के अंदर ये दोनों फ्लाईओवर एक दूसरे से कनेक्ट होंगे.”
हेमंत सोरेन ने पर्यावरण बचाने की अपील की
वहीं, पर्यावरण पर जोर देते हुए हेमंत सोरेन ने कहा, ”कभी-कभी हम ऐसा नुकसान कर बैठते हैं जिसका परिणाम भी भुगतना पड़ता है. शिकायत नहीं कर रहा हूं. पहाड़ी मंदिर में बड़ा गुनाह किया गया है. इतना बड़ा झंडा का खंभा लगाने की अनुमति दे दी गई. जिससे मंदिर खतरे में आ गया. आज हम वहां तिरंगा क्यों नहीं फहराते हैं, इसलिए हमें पूरे वैज्ञानिक रूप से चीजों को समझने की जरूरत है. क्या नफा नकुसान है उसे समझना जरूरी है.” इसके साथ ही हेमंत सोरेन ने राज्य की जनता से अपील की कि वे नीम और पीपल के पेड़ लगाएं क्योंकि आगे बहुत मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा.