सरायकेला जिले के कांड्रा में एक परिवार वापस सनातन धर्म में लौट गया है. बुधवार को पूरे सनातन परंपरा के तहत सभी ने हिन्दू संस्कृति अपनाया. दरअसल 17- 18 वर्ष पूर्व यह परिवार सनातनी ही था. परिस्थितिवश इन्होंने इसाई धर्म अपना लिया था. अब इन्होंने दुबारा सनातन धर्म अपना लिया है. बताया जा रहा है कि इस परिवार में किसी बच्चे की तबियत खराब थी. परिवार इलाज करा पाने में असमर्थ था. इसी दौरान ये ईसाई मिशनरियों के संपर्क में आये और उनके सहयोग से बच्चे का ईलाज हुआ और बच्चे के स्वस्थ्य होने के बाद मिशनरियों के आग्रह पर इन्होंने ईसाई धर्म अपना लिया. अब परिवार के अन्य सदस्यों की सहमति से सभी वापस हिन्दू धर्म की ओर लौट गए है. बुधवार को कांड्रा हनुमान मंदिर में पूरे परिवार का शुद्धिकरण कराते हुए इन्हें सनातन धर्म में शामिल किया गया. इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद कोल्हान विभाग के संगठन मंत्री मिथिलेश महतो ने बताया कि सुबह का भूला शाम को यदि घर आ जाए तो उसे भूला नहीं कहते हैं. इनका सनातन संस्कृति की ओर फिर से झुकाव हुआ यह देखकर अच्छा लग रहा है. उन्होंने पूरे परिवार के वापस हिन्दू धर्म में लौटने पर स्वागत किया. इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष राजू चौधरी, मठ मंदिर संपर्क प्रमुख पूर्ण चंद्र बाबा, मातृशक्ति प्रांत सह प्रमुख अनीता शुक्ला, गौरी रजक, अंजना यादव आदि मौजूद रहे.
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