आज बिहार की जमुई में एक अजीबोगरीब घटना देखने को मिला जब वहाँ के स्थानीय विधायक के सामने ही दो आला दर्जे के अधिकारी आपस मे उलझ पड़े। मामला बिहार के जमुई जिले के खैरा प्रखंड के मंगोबन्दर इलाके की है जहां पिछले कई दिनों से स्थानीय लोग जलजमाव और गंदगी की समस्या से जूझ रहे है जब इसकी शिकायत स्थानीय विधायक श्रेयसी सिंह को मिली तो वह क्षेत्र के दौरे पर निकल पड़ी। इस दौरान उनके साथ पूरा सरकारी महकमा मौजूद था। विधायक जी जब क्षेत्र की जनता से रूबरू हो रही थी तभी दो आला दर्जे के पदाधिकारी डीडीसी सुमित कुमार और भागलपुर से जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता आदित्य कुमार आपस में ही उलझ पड़े। दोनो एकदूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने लगे।
झगड़े की मुख्य वजह
दरअसल जल संसाधन कार्यपालक अभियंता का कहना था कि उन्हें इस क्षेत्र की समस्या के बारे मे कोई भी जानकारी नहीं थी और न ही उन्हें कोई सरकारी पत्र प्राप्त हुआ है। तब विधायक ने कहा कि आपको तो पत्र लिखा गया है तो कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा कि मुझे कोई भी पत्र नही मिला है इस पर डीडीसी ने उन्हें फटकार लगाते हुए कहा कि तुम तो यहाँ रहते ही नहीं हो तुम्हे यहाँ आने में एक सप्ताह लग गया इस पर आदित्य कुमार ने कहा कि मेरी बात आपसे कल शाम में ही हुई है और अगली सुबह मैं यहाँ पहुंच गया। इस पर डीडीसी ने कहा कि तुम्हारा बात करने का तरीका ठीक नही है तो कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा आपको जो करना है कर लीजिए। विधायक ने कार्यपालक पदाधिकारी को फटकार लगाते हुए सीनियर से मर्यादा के साथ बात करने की नसीहत भी दी। परन्तु दोनो अधिकारी आपस मे तू तू मैं मैं ही करते रह गए।