कांड्रा : झारखंड की राजनीतिक का केंद्र बिंदु माने जाने वाला सरायकेला विधानसभा क्षेत्र की विधानसभा का समीकरण हर पल अलग-अलग होती दिख रही है। आपको बताते चलें कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय सदस्य रामदास टुडू समेत झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं में नाराजगी साफ नजर आ रही है। कांड्रा मोड़ में झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं का जुटान हुआ। इस बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय सदस्य राम दास टुडू ने कहा कि जो झारखंड मुक्ति मोर्चा का 20 साल से पार्टी का झंडा ढोते हुए आ रहे हैं, उन्हें टिकट न देकर अन्य पार्टी से आये लोगों को टिकट देने का विरोध का दौर अब शुरू हो गया है।
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय सदस्य रामदास टुडू ने बयान जारी कर कहा कि हम लोगों ने जिला नेतृत्व और केंद्रीय नेतृत्व को यहां पूर्व में झारखंड मुक्ति मोर्चा के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को टिकट देकर चुनाव लड़ने का आग्रह किया है। अन्य दलों से आने वाले नेता जो विधानसभा चुनाव का टिकट लेकर सरायकेला विधानसभा में लड़ना चाहते हैं, उनको रोकने का काम करें .झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय सदस्य रामदास टुडू ने कड़े शब्दों में कहा कि पूर्व में हम लोगों ने पुराने कार्यकर्ताओं के नाम की अनुशंसा की थी। जिस पर केंद्रीय नेतृत्व को फैसला लेना है, यदि इसके अलावा केंद्रीय नेतृत्व अपना प्रत्याशी थोपता है तो संगठन का बिखराव निश्चित होगा, जिसका सारा दोष केंद्रीय नेतृत्व की होगी। अब देखना दिलचस्प होगा कि आखिर केंद्रीय नेतृत्व के द्वारा किसका नाम आगे बढ़ता है, ताकि सरायकेला विधानसभा से चुनाव लड़ा जा सके। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को हराने के लिए कौन कारगर साबित होगा, इसका निर्णय अभी तक हेमंत सोरेन ने नहीं लिया है।