
आदित्यपुर ऑटो क्लस्टर के समीप स्थित 650 बेड के मल्टीस्पेसिलिस्ट नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में बुधवार को पहली गॉल ब्लाडर का सफल ऑपरेशन किया गया , जो अस्पताल के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। मिली जानकारी के अनुसार कदमा निवासी 44 वर्षीय रितु कुमारी जो गॉल ब्लाडर में स्टोन की समस्या से गंभीर रूप से पीड़ित थीं। अस्पताल के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने उनकी समुचित जांच के बाद बुधवार को उनका ऑपरेशन किया। डॉक्टरों और तकनीशियनों की टीम ने अत्यंत कुशलता से बुधवार को ऑपरेशन किया, जो पूरी तरह से सफल रहा। सफल ऑपरेशन के बाद संस्थान के कुलाधिपति मदन मोहन सिंह ने डॉक्टर्स टीम को दी बधाई।
ऑपरेशन के बाद रितु कुमारी की स्थिति सामान्य बताई जा रही है। और उन्हें जल्द ही अस्पताल से छुट्टी मिलने की उम्मीद है। इस ऑपरेशन की सफलता से अस्पताल के चिकित्सकों और कर्मचारियों के बीच उत्साह का माहौल है। अधिक खर्च के कारण नहीं करा पा रही थी ऑपरेशन
रितु कुमारी कदमा स्थित नेताजी सुभाष पब्लिक स्कूल में है, जो कदमा के ही रामनगर में रहती है। वह कई वर्षों से गॉल ब्लाडर में स्टोन के कारण दर्द से पीड़ित रहती थी। पैसे के अभाव में वह ऑपरेशन नहीं करा पा रही थी। वह जब भी कहीं ऑपरेशन के लिए गयी, तो 50 से 60 हजार रुपए तक खर्च बताया जाता था। आर्थिक रूप से असमर्थ होने के कारण वह ऑपरेशन नहीं करा पा रही थी।
चैयरमैन एमएम सिंह ने की घोषणा
मालूम हो कि कुछ ही दिन पहले नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज एंड हास्पिटल के चेयरमैन एमएम सिंह ने यह घोषणा की कि नेताजी ग्रुप के स्टाफ को इस हॉस्पिटल में इलाज के खर्ज में 30 प्रतिशत छूट दी जायेगी। श्री सिंह की घोषणा से रितु कुमारी, उसके पति राजकुमार राम समेत
परिजनों में उम्मीद जगी कि अब ऑपरेशन संभव हो सकेगा। इस तरह रितु के परिजनों ने हिम्मत जुटाई और इस अस्पताल में 10 से 12 हजार रुपए तक के खर्च में में उसका ऑपरेशन हो गया, जो पूरी तरह से सफल रहा। इसमें
अस्पताल के सर्जरी विभाग के चिकित्सक डॉ. अशरफ
अली, डॉ. अयस्कांत साहू एवं उनकी टीम का योगदान रहा,
जिसने लेप्रोस्कॉपी यानी दूरबीन के माध्यम से ऑपरेशन किया। लगभग एक सेंटीमीटर बड़ा स्टोन मरीज के गॉल ब्लाडर से निकाला गया।
चिकित्सा का क्षेत्र में आएगी क्रांति,गरीबों के लिए ही की गयी है इस अस्पताल की स्थापनाः एमएन सिंह
इस सफल ऑपरेशन के बाद अस्पताल के चेयरमैन ने सबों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस हॉस्पिटल की स्थापना गरीब जनता के लिए ही की गयी है। जहां कम से कम खर्च पर अधिक से अधिक व बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है।
बता दें कि दूसरे अस्पताल में ऑपरेशन का शुल्क 50 से 60 हजार रुपये या उससे अधिक हो सकता है, वहीं नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में इसे मात्र 15,000 रुपये रखा गया है। एमएम सिंह ने कहा कि अस्पताल का लक्ष्य गरीब तबके से आनेवाले मरीजों को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना और चिकित्सा के क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम करना है।
अस्पताल के लिए मील का पत्थर
नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल का यह पहला गॉल ब्लाडर ऑपरेशन होने के कारण इस सफलता को अस्पताल के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जा रहा है. इस अस्पताल की स्थापना से आदित्यपुर और आसपास के क्षेत्रों में सस्ती और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाओं की एक नई शुरुआत हुई है।