
आज उपायुक्त कार्यालय के समक्ष झारखंड राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाएं अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गई। मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष माला देवी ने बताया की वर्तमान सरकार ने अपने 5 साल के कार्यकाल में आंगनवाड़ी सेविका और सहायिकाओं के साथ सिर्फ वादा खिलाफी का काम किया है उनकी मांगों के बदले सिर्फ और सिर्फ उन्हें झूठा आश्वासन ही आज तक मिलता आया है जिसको लेकर वे आज से हड़ताल पर बैठ रही हैं जब तक उनकी मांगों को पूरा नही किया जाएगा वे हड़ताल खत्म नही करेंगी। उनकी 8 सूत्री मांगे हैं जिनमे मुख्य रूप से पारा शिक्षकों के समान मानदेय का भुगतान , केंद्र व राज्यांश मद की राशि, एंड्राइड मोबाइल जिससे वह विभागीय कार्यों का संपादन कर सके, आंगनबाड़ी केंद्रों की पोषाहार राशि बाजार दर पर उपलब्ध कराने, पोषाहार विभाग द्वारा आपूर्ति किए जाने, मानदेय का भुगतान केंद्रीय व राज्यांश मद की राशि एक साथ ससमय करने की मांग, शामिल हैं। आपको बता दें कि 23 सितंबर को भी राज्य की सभी सेविका और सहायिकाओं ने सीएम हाउस का घेराव किया था उस समय गिरिडीह की विधायक सुधीर कुमार सोनू ने यह घोषणा की थी कि 27 सितंबर को झारखंड कैबिनेट की बैठक में आंगनबाड़ी सेविकाओं के लिए उनके हित में एक काफी बड़ा निर्णय लिया जाएगा लेकिन बैठक में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ इसके बाद खुद को ठगा हुआ महसूस कर उन्होंने आज उपायुक्त कार्यालय में घेराव करने को विवश हुई