जमशेदपुर में दुर्गा पूजा काफी धूमधाम से मनाने की परंपरा रही है. इस बार शहर में 424 जगहों पर पूजा पंडालों और मंदिरों में आदिशक्ति मां दुर्गा की पूजा हो रही है. मां के दरबार और उसकी सजावट पर 80 कराेड़ रुपये से अधिक खर्च हुए हैं. शहर में 324 पूजा पंडाल लाइसेंसी और 100 गैर लाइसेंसी हैं. यहां हर वर्ष एक से बढ़कर एक थीम पर मां दुर्गा के पूजा पंडाल बनाये जाते हैं. इस बार भी आदित्यपुर यूथ स्पोर्टिंग क्लब, ठाकुर प्यारा सिंह धुरंधर सिंह क्लब काशीडीह, सहित न्यू सिदगोड़ा दुर्गा एंड काली पूजा कमेटी सिनेमा मैदान, सार्वजनिक दुर्गापूजा कमेटी रोड नंबर 4 बागबेड़ा, श्री श्री सार्वजनीन दुर्गापूजा कमेटी गोल पहाड़ी रेलवे कॉलोनी, भुइयांडीह, टुइलाडुंगरी, सोनारी, टेल्को, बर्मामाइंस में बने पूजा पंडाल और विद्युत सज्जा श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहे हैं. विद्युत सज्जा पर करीब 26 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं.
एक पूजा पंडाल पर 40 लाख रुपये तक खर्च
शहर में कई पूजा समितियों ने तो 40 लाख रुपये सिर्फ पंडाल बनाने में खर्च कर दिये हैं. महीनों तक दिन-रात काम कर बंगाल के कारीगरों ने पंडालों को आकर्षक रूप दिया है. पंडालों में प्लाइ, बीट और थर्मोकॉल का काम ज्यादा दिख रहे हैं. इसके अतिरिक्त थीम के आधार पर कपड़ों का रंग चुना गया है. मां के दरबार सजाने पर शहर में ही करीब 46 करोड़ रुपये से अधिक खर्च हुए हैं. छोटे-छोटे पूजा पंडालों का खर्च भी लगभग 5 से 10 लाख रुपये है.
शहर में 324 लाइसेंसी और 100 गैर लाइसेंसी पूजा पंडाल, मंदिरों में मां की पूजा अर्चना हो रही है. शहर में इस बार 40 लाख रुपये तक के पूजा पंडाल बने है. 80 करोड़ से ज्यादा इस साल पूजा के दौरान खर्च किये गये हैं.
यहां देखें खर्च का पूरा ब्योरा
424 पूजा पंडाल
324 लाइसेंसी पूजा पंडाल
100 गैर लाइसेंसी पूजा पंडाल
46 करोड़ पंडाल निर्माण में खर्च
26 करोड़ विद्युत सज्जा में खर्च
4 करोड़ बिजली में खर्च
3 करोड़ फूल, माला पर खर्च
महाअष्टमी पर हुआ कन्या पूजन
बिष्टुपुर स्थित श्री रामकृष्ण मिशन विवेकानंद सोसाइटी में शारदीय नवरात्र के आठवें दिन महाअष्टमी पर महागौरी के साथ कन्या पूजन किया गया. पश्चिम बंगाल से आयी छह वर्ष की आराध्या झा को कन्या के रूप में पूजा गया.