
सरायकेला उत्कलमणि पं गोपबंधु दास जी की जन्म जयंती पर सरायकेला गोपबंधु चौक स्थित उनकी प्रतिमा समक्ष दीप प्रज्वलित एवं माल्यार्पण कर सरायकेला के प्रबुद्धजनों एवं उत्कल सम्मेलनी के सदस्यों ने नमन किया।
मौके पर मनोज चौधरी ने कहा कि पं गोप बन्धु दास ओड़िशा के एक सामाजिक कार्यकर्ता, स्वतंत्रतता संग्राम सेनानी एवं साहित्यकार थे। उन्हें उत्कळ मणि के नाम से जाना जाता है। ओड़िशा में राष्ट्रीयता एवं स्वाधीनता संग्राम की बात चलाने पर लोग गोपबंधु दास का नाम सर्वप्रथम लेते हैं। ओड़िशा वासी उनको गरीबो का मित्र “दरिद्रर सखा” रूप से स्मरण करते हैं। उन्होंने उत्कल के विभिन्न अंचलों को संघटित कर पूर्णांग ओड़िशा बनाने के लिये प्राणपण से चेष्टा की एवं पूरा जीवन समाज एवं को समर्पित कर उदाहरण प्रस्तुत किया
कार्यक्रम में मुख्य रूप से भाजपा नेता एवं उत्कल सम्मेलन के सलाहकार मनोज कुमार चौधरी समाजसेवी जलेश कवि सुनैना दुबे, आर्टिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष शशांक शेखर माहंती बद्रीनारायण दरोगा सुशील कुमार आचार्य सुदीप पटनायक चिरंजीवी महापात्र परशुराम कवि, पं घासी सतपति, बृजेंद्र कुमार पटनायक, दुखराम साहू, नीलमाधव भोल, पंकज भोल