
पश्चिमी सिंहभूम जिले के सभी आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिका अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। वहीं झारखंड राज्य आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले सोमवार को झारखंड राज्य आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका संघ जिला इकाई चाईबासा के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार संघ की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती अनीता बिरूआ की अध्यक्षता में हड़ताल के दुसरे दिन भी कचहरि परिसर स्थित पुराना डीसी कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया गया। जबतक मांग पूरा नहीं किया जाता है, तबतक हड़ताल जारी रहेगा। राज्य में सरकार आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका, बाल संरक्षण समाज कल्याण सहित तमाम विभागों के कामगारों व संविदा कर्मियों को पर्व त्योहार पर मानदेय नहीं दे पा रही और फंड का रोना रो रही है। दूसरी तरफ जनता के टैक्स से जमा सरकारी कोष को बिना काम किए लोगों को झूठे सम्मान के नाम पर पैसा पानी की तरह बहाने की प्रतियोगिता कर रही है। संविदा कर्मियों, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका को स्वास्थ्य बीमा, पेंशन, रिटायरमेंट की कोई व्यवस्था नहीं और नियमित सेवकों और पूर्व माननीयों को एक तरफा लाभ से जोड़कर राज्य के तमाम मेहनत कस आवाम को उपेक्षित कर रही है। यह लाभ राज्य के तमाम मेहनत कस आवाम को भी मिले। कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें जनता की मेहनत की कमाई को बड़े लोगों को ऋण देकर माफ कर दे रही है, या विदेश अपनी सुरक्षा में भगा दे रही है। गरीब जनता को चुनाव पूर्व बिना मेहनत किए खाते में राशि भेज कर मनमानी वेतन भत्ता की वृद्धि और लूट खसोट को छुपाकर जनता को बरगला कर वोट लेने की साजिस कर रही है। यदि सरकार अपनी चाल में सुधार नहीं करती है तो पुरे राज्य में सरकार के खिलाफ फिर से विधानसभा वार विरोध प्रदर्शन कर संविदा संवाद में किए गए वादे को पूरा करने के लिए जोरदार आंदोलन होगा। झारखंड सरकार के क्रिया कलाप से बेरोजगार, संविदा कर्मी और युवाओं में बड़ी नाराजगी है, तथा 8 सूत्री मांगो के समर्थन और सरकार के विरोध में नारे लगाया। खुंटपानी प्रखंण्ड प्रमुख सह जिला प्रमुख संघ अध्यक्ष श्री सिद्धार्थ होनहागा ने भी धरना में बैठकर नैतिक समर्थन दिया। संघ के तरफ से मांग पत्र भी सौंपा गया ।अंत में धन्यवाद ज्ञापन कर सभा को समाप्त किया गया, सैकड़ों की संख्या में आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका उपस्थित थे।